लॉकडाउन के दौरान, “पीपल ऑफ होप” संगठन ने बिहार के लोगों की मदद के लिए एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की। इस कठिन समय में जब सभी आर्थिक गतिविधियाँ थम गई थीं और कई लोग अपने घरों से दूर फंसे हुए थे, तब “पीपल ऑफ होप” ने आगे आकर समुदाय की सहायता की। लॉकडाउन की वजह से रोज़मर्रा की ज़रूरतों को पूरा करना चुनौतीपूर्ण हो गया था, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो दैनिक मजदूरी पर निर्भर थे।
“पीपल ऑफ होप” ने इस संकट में राहत प्रदान करने के लिए भोजन, दवाइयाँ, और अन्य आवश्यक सामग्री जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाई। संगठन ने बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर काम किया ताकि अधिक से अधिक लोगों तक मदद पहुँची जा सके। इस प्रयास में उन्होंने स्वयंसेवकों का एक नेटवर्क तैयार किया, जिन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए घर-घर जाकर आवश्यक सामग्री वितरित की।
इसके अलावा, “पीपल ऑफ होप” ने स्वास्थ्य जागरूकता अभियानों के माध्यम से ग्रामीण समुदायों को कोविड-19 से जुड़ी सावधानियों और स्वच्छता के उपायों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने मास्क, साबुन, और सैनिटाइज़र का वितरण भी किया ताकि लोग खुद को सुरक्षित रख सकें। इन गतिविधियों के माध्यम से, संगठन ने लोगों में आशा और आत्मविश्वास बढ़ाने का प्रयास किया, ताकि वे इस कठिन समय में हिम्मत न हारें।
इस सहयोग ने बिहार के जरूरतमंद परिवारों को लॉकडाउन के दौरान अत्यधिक राहत प्रदान की और उन्हें बुनियादी आवश्यकताओं तक पहुँच दिलाई। “पीपल ऑफ होप” का यह प्रयास न केवल एक सहारा बना, बल्कि यह दिखाया कि जब कठिन समय आता है, तो समुदाय के लोग एक-दूसरे के लिए खड़े हो सकते हैं।
फ़्यूचर्स फ़ॉर चिल्ड्रन शिक्षा, परामर्श और सामुदायिक समर्थन के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाकर एक उज्जवल कल बनाने के लिए समर्पित है। संगठन प्रत्येक बच्चे के भीतर की क्षमता का पोषण करने, उन्हें शैक्षणिक, सामाजिक और व्यक्तिगत रूप से सफल होने के लिए आवश्यक उपकरणों, संसाधनों और प्रोत्साहन से लैस करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
बच्चों के स्वास्थ्य जागरूकता बच्चों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने पर केंद्रित एक पहल है। इस आंदोलन का उद्देश्य माता-पिता, देखभाल करने वालों, शिक्षकों और समुदायों को कम उम्र से ही बच्चों के स्वास्थ्य के पोषण के महत्व के बारे में शिक्षित करना है ताकि आजीवन कल्याण के लिए एक ठोस आधार सुनिश्चित किया जा सके।
बच्चों के लिए वस्त्र अभियान एक समर्पित पहल है जिसका उद्देश्य वंचित बच्चों को आवश्यक कपड़े उपलब्ध कराना है। कई बच्चों को, विशेष रूप से कम आय वाले समुदायों में, उचित कपड़ों तक पहुंच की कमी होती है, जो उनके आराम, स्वास्थ्य और आत्मसम्मान को प्रभावित करता है।